मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में
पृथ्वी छोटी है, पंख बड़े हैं जो समुद्र के सामने खड़े हैं हर हाल जीतेगा आदमी......... पृथ्वी छोटी है, पंख बड़े हैं जो समुद्र के सामने खड़े हैं हर हाल जीतेगा आदमी..........
शाम ढ़लते ही दिए जलते हैं, आग लगती है सीने में, कदम पड़ते हैं मयखाने में। जाम तो हम शाम ढ़लते ही दिए जलते हैं, आग लगती है सीने में, कदम पड़ते हैं मयखाने में। ...
इस संसार की नींव है औरत में, अर्धविराम है औरत के बिना ये संसार । इस संसार की नींव है औरत में, अर्धविराम है औरत के बिना ये संसार ।
मैंने दिल के हर कोने में सिर्फ़ उसका नाम लिखा है, मैंने दिल के हर कोने में सिर्फ़ उसका नाम लिखा है,
माँ सरस्वती हँसवाहिनी माँ तू श्वेत वस्त्र धारीणी। माँ तू कमल पुष्प पदमासिनि। माँ त माँ सरस्वती हँसवाहिनी माँ तू श्वेत वस्त्र धारीणी। माँ तू कमल पुष्प पदमासि...